दोस्तों, आज मैं आपके साथ डेल कारनेगी की किताब लोक व्यवहार जो How to Win Friends and Influence People का हिंदी अनुवाद है से पढ़ी कुछ अच्छी बातें शेयर करूँगा जो आपकी लाइफ को और भी खुबसूरत बनाने में मदद करेंगी ।
मुस्कान – आपकी मुस्कराहट दूसरों को ख़ुशी देने का सबसे बड़ा श्रोत है
चीन के दार्शनिक बहुत समझदार थे । वे इस बात को समझ चुके थे कि दुनिया किस तरह से चलती है । उन्होंने एक बहुत ही अच्छी कहावत लिखी है जिसे हम सभी को किसी ऐसी जगह पर चिपका लेना चाहिए जहाँ उसे हर दिन हम पढ़ सकें , “जिस व्यक्ति के पास मुस्कुराता हुआ चेहरा न हो , उसे दूकान नहीं खोलनी चाहिए ।“
आपकी मुस्कुराहट आपके लिए एक तरह से Goodwill का काम करती है । यह उन सभी लोगों की जिंदगियों को रोशन करती है जो इसे देखते हैं । उस व्यक्ति के लिए जिसनें दर्जनों लोगों को नाक-भौं सिकोड़ते-झुंझलाते हुए देखा हो, आपकी मुस्कराहट बादलों के बीच से झांकते सूर्य की तरह होती है । ख़ास तौर पर तब जब कोई अपने बॉस, कस्टमर्स, टीचर्स, या पेरेंट्स या अपने बच्चों के कारण दबाव या तनाव में हों ऐसे टाइम पर आपकी मुस्कराहट ही उसे बता सकती है कि निराशा से किसी भी प्रोब्लम का solution नहीं हो सकता । मुस्कुराहट हमें बताती है कि दुनिया अभी भी खुशगवार और रंगीन है ।
मुस्कराहट का मूल्य
इसमें कुछ खर्च नहीं होता, पर इससे मिलता बहुत है ।
जिन्हें यह मिलती है वे समृद्ध हो जाते हैं, परन्तु जो देते हैं वे गरीब नहीं होते ।
यह एक पल में हो जाती है पर इसकी याददाश्त कई बार हमेशा कायम रहती
कोई भी इतना अमीर नहीं, कि इसके बिना जी सके और कोई भी इतना गरीब नहीं कि इसका लाभ न उठा सके ।
यह घर में सुख लाती है , बिजनेस में सदभावना भरती है और यह दोस्ती का हस्ताक्षर है ।
यह थके हुओं के लिए आराम है , निराश लोगों के लिए आशा की किरण है , दुखी लोगों के लिए सूर्य की रोशनी और कष्टों के लिए प्रकृति की सबसे बेहतरीन दवा है ।
परन्तु इसे ख़रीदा या चुराया नहीं जा सकता , उधार नहीं लिया जा सकता , यह भीख में नहीं मिलती क्योंकि इसका तब तक कोई मोल नहीं है जब तक इसे किसी दुसरे को न दिया जाता ।
और काम के प्रेशर से दुनिया के इस भीड़ में हमारे कुछ सेल्समैन थके हुए हों कि आपको मुस्कराहट न दे पायें तो क्या आप अपनी मुस्कान उन्हें देने का कष्ट करेंगे ?
क्योंकि मुस्कराहट की उसी व्यक्ति को सबसे ज्यादा जरूरत होती है जिसके पास देने के लिए मुस्कानें नहीं बची हैं ।
दोस्तों जब तक हम जिन्दा हैं तब तक ऐसा कभी नहीं होगा कि हम निराश नहीं होंगे, परेशान नहीं होंगे और मुसीबत हम पर कभी टूटेगी नहीं ! इस बीच हमारी या आपकी मुस्कराहट ही होगी जो हमें हर एक चीज से लड़ने की हिम्मत देगी ।
पागल है क्या! कोई मुसीबत में या निराशा के पल में कैसे मुस्कुरा सकता है !
लेकिन ऐसी सोच उन लोगों की ही हो सकती है जो निराशा में और निराश होना चाहते हैं और मन को और भी ज्यादा दुखी करना चाहते हैं क्योंकि वो आप ही हैं जो इन सबमें अन्दर तक घुसकर खुद को और भी ज्यादा दुखी करना चाहते हैं ।
कितनी भी बड़ी मुसीबत क्यों न हो, आपकी लाइफ कितनी भी बड़ी निराशा से क्यों न घिरी हो.. आपको हँसते मुस्कराते रहना है..
हँसते-मुस्कराते आप बड़ी से बड़ी प्रोब्लम को फेस कर लेंगे और आपको अपनी ज़िन्दगी और भी खूबसूरत लगने लगेगी..
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