डॉ. ए पी जे अब्दुल कलाम द्वारा विद्यार्थियों एवं युवाओं के लिए 10 सूत्रीय शपथ
डॉ. ए पी जे अब्दुल कलाम द्वारा विद्यार्थियों एवं युवाओं के लिए 10 सूत्रीय शपथ
- मैं समझता हूँ कि छोटा लक्ष्य अपराध है । मैं अपने जीवन में एक महान लक्ष्य रखूँगा और उसे प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करूँगा । मैं लगातार ज्ञान प्राप्त करूँगा । मैं लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए दृढ रहूँगा ।
- मैं सत्यनिष्ठा के साथ काम करूँगा और सत्यनिष्ठा के साथ सफल होऊंगा ।
- मैं अपने परिवार का अच्छा सदस्य बनूंगा, समाज का अच्छा सदस्य बनूँगा, अपने राज्य का अच्छा सदस्य बनूंगा, देश का अच्छा सदस्य बनूंगा और विश्व का अच्छा सदस्य बनूंगा ।
- मैं हमेशा किसी एक के जीवन को सुरक्षित या सफल बनाने की कोशिश बिना किसी जाति, पंथ, भाषा, धर्म या राज्य के भेदभाव के करूँगा । मैं कहीं भी रहूँ, एक विचार हमेशा मेरे मन में रहेगा ‘मैं आपके लिए क्या कर सकता हूँ ’ ।
- मैं शराब, धुम्रपान और जुए का आदी कभी भी नहीं होऊंगा । मैं हमेशा कोशिश करूँगा कि शराब, धुम्रपान और जुए का आदी कम से कम पांच लोगों की लत छुड़ा सकूँ और उनकी मदद करूँगा कि वे अच्छा जीवन व्यतीत करें ।
- मैं हमेशा समय के महत्व को याद रखूँगा । मेरे जीवन का उद्देश्य ‘मेरे उड़नपंख के दिन, व्यर्थ व्यय न हों’ ।
- मैं अपने पड़ोस में कम से कम पांच पौधे लगाऊंगा और उनका पोषण करूँगा । मैं हमेशा अपने गाँव, शहर और राज्य को स्वच्छ रखने का कार्य करूँगा जिससे मेरी पृथ्वी स्वच्छ और हरी होगी । मैं अपने गावों या शहरों के टैंकों, झीलों को पुनर्जीवित करने का कार्य करूँगा ।
- अपने देश के युवा के रूप में, मैं कार्य करूँगा, साहस के साथ सभी कार्यों की सफलता के लिए और दूसरों के कार्यों की सफलता का आनन्द लूँगा ।
- मैं जैसा युवा हूँ ऐसा ही मेरा विश्वास, और पुराना जितना मेरा शक । इसलिए मैं अपने ह्रदय में विश्वास का दीपक प्रकाशमय रखूँगा ।
- मेरा राष्ट्रीय ध्वज मेरे ह्रदय में लहराता है और मैं अपने देश के लिए महिमा लाऊंगा ।
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